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रोजगार शुरू करने के लिए 1 से 10 लाख रुपए...

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20 तारीख तक और धैर्य रखें,कम हो सकता है कर्फ्यू दायरा!

तारीख 20 तक और धैर्य रखें, 85 हजार मनरेगा श्रमिकों को राहत। फैक्ट्रियां खुलेंगी, कम हो सकता है कर्फ्यू दायरा! Hanumangarh जिले में 19 अप्रैल तक सब ऐसे ही सही-सलामत रहा तो 20 अप्रैल से जिले को राहत मिलनी तय है। इसके लिए जिला प्रशासन अगले तीन दिनों के लिए और सख्ती कर रहा है। लॉकडाउन को प्रभावी बनाने और लोगों की आवाजाही रोकने के लिए अब बेवजह घूमना भी सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का उल्लंघन करना माना जाएगा। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस आईपीसी की धारा 188 के तहत मुकदमा करेगी। केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद जिला प्रशासन ने जिले में लागू धारा 144 में पांच व इससे अधिक व्यक्तियों के इकट्ठे होने की पाबंदी के अलावा बगैर वजह इधर-उधर घूमना भी प्रतिबंधित रखने का निर्णय लिया है। कलेक्टर जाकिर हुसैन का कहना है कि 19 अप्रैल तक लॉकडाउन की समीक्षा और कोरोना पॉजिटिव कैसेज की समीक्षा के आधार पर ही 20 अप्रैल से सशर्त छूट मिल सकेगी। इस अवधि में कोरोना का संक्रमण और फैलाव न हो, इसके लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे। हर नागरिक के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है, साथ

Good News : उपचार के बाद 27 कोरोना मरीज हुए नेगेटिव!

Good News : उपचार के बाद 27 कोरोना मरीज हुए नेगेटिव! कोटा: कोरोना के बीच कोटा के लिए राहत की खबर भी आई है! कोटा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय सरदाना ने बताया कि कोटा मेडिकल कॉलेज के आइसोलेट जोन में सोमवार तक कोटा व झालावाड़ जिले के कुल 63 पॉजीटिव मरीज भर्ती हैं। इसमें 49 कोटा तथा झालावाड के 14 मरीज है। इनमें से 27 उपचार के दौरान ठीक हो गए! जिसमें से 11 मरीजों की दूसरी बार भी रिपोर्ट नेगेटिव आई! इसमें से 5 मरीज झालावाड़ के शामिल हैं! वहीं 16 मरीज की रिपोर्ट पहली बार में नेगेटिव आई हैं! जिसमें 8 झालावाड़ के शामिल हैं! कोटा में अब तक मिले कुल 50 रोगियों में से तेल घर के कोरोना बुजुर्ग मरीज की पहले मौत हो चुकी है! कोरोना पॉजीटिव घरों का कचरा अलग एकत्र होगा ! कोटा: नगर निगम के प्राधिकारी वासुदेव मालावत ने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर मंगलवार को अधिकारियों की बैठक ली और सफाई की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। प्राधिकारी ने निर्देश दिए कि कोरोना वायरस संक्रमण के पॉजीटिव पाए गए घरों का कचरा पृथक रूप से संग्रहित किया जाएगा! उनका निस्तारण मेडिकल वेस्ट के संवेदक क

7  दिन में 7 लेवल पूरे करके कमाए 3 करोड़ रुपये | Earned 3 crore rupees by completing 7 levels in 7 days |

अगर आपको मोबाइल से ही अधिक पैसे कमाने है तो उसके लिए आप देश की नंबर वन संस्था " स्पेशल चाइल्ड वेलफेयर आर्गेनाइजेशन " के साथ जुड़कर अपने घर से ही काम कर सकते है और लाखों रुपये महिना कमा सकते है | इस संस्था के साथ काम करने की सबसे अच्छी बात ये है की आपको अपनी जेब से एक भी रूपया इन्वेस्टमेंट नहीं करना होता है | जब आप अपना रजिस्ट्रेशन SPLCASH.COM वेबसाइट पर करते है तो आपकी रजिस्ट्रेशन फीस 800 रुपये लगाती है, लेकिन रजिस्ट्रेशन कम्पलीट होते ही आपके SPLCASH वॉलेट में पूरा 8800 रुपये आजाता है | जिसमें 800 रूपए आपकी रजिस्ट्रेशन फीस आपको वापिस मिलती है और 8000 रुपये संस्था से जुड़ने का बेनिफिट मिलता है | ध्यान रखिये, आप संस्था से ये पैसा अपने बैंक अकाउंट में तभी ले सकते है जब आप संस्था के साथ कोई काम करेंगे, ऐसा नहीं है की आप केवल अपना रजिस्ट्रेशन इसलिए कर रहे है की आपको 8000 रुपये मिल जायेंगे | यही कारण है की संस्था में रजिस्ट्रेशन फीस लगती है | इसका अर्थ है की जो लोग संस्था के साथ काम करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करते है, उनका एक भी पैसा खर्च नहीं होता है और उल्टा उनको 800

कोरोना के खिलाफ ऐलान - ए - जंग(जनता कर्फ्यू) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया!

कोरोना के खिलाफ ऐलान - ए - जंग  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है. उन्होंने लोगों से संयम और सतर्कता बरतने की बात कही. Register  Now   जनता कर्फ्यू   क्या है जनता कर्फ्यू ?  पीएम नरेन्द्र मोदी के मुताबिक , इस रविवार यानि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक कोई व्यक्ति बाहर न निकले । अपने आप से कर्फ्यू जैसे हालात करने हैं । पीएम ने अपील की कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता - कर्फ्यू ' के बारे में भी बताए । सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है । जनता कर्फ्यू का क्या मकसद ? प्रधानमंत्री के अनुसार , ये ' जनता कर्फ्यू ' कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है , ये देखने और परखने का भी समय है । उन्होंने कहा कि ये जनता कर्फ्यू ' एक प्रकार से भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा । पीएम के मुताबिक , 22 मार्च को हमारा ये प्रयास हमारे आत्म - संयम , दे

इन अस्पतालों में होगा कोरोना वायरस का इलाज सरकारी अस्पताल और नंबर -

नमस्कार साथियों, घबराने की जरूरत नहीं आपको मैं बताऊंगा इस पोस्ट में जहां कोरोना वायरस का इलाज होता है। उन अस्पतालों के नाम व नंबर! हर दिन सीखे कुछ नया! Register  Now इन अस्पतालों में होगा कोरोना वायरस का इलाज सरकारी अस्पताल और नंबर - Sanjay Gandhi Hospital 8447734415 Lal Bahadur Shastri Hospital 9582500323 Lok Nayak Hospital  9873617576 Deen Dayal Hospital  9718990224 Pandit Madan Mohan Malaviya 9911573358 Ambedkar Hospital 7838703907 Chacha Nehru Hospital 8595919326 Bhagwan Mahaveer Hospital  011 - 27034535 Maharaj Balmiki Hospital 9811154939 Babu Jagjivan Ram  9868399510 Aruna Asaf Ali  9560593116 Ram Manohar Lohia 9910568929 Lady Harding Hospital 9013083150 Safdarjung Hospital  9873096364 Airport Hospital  9811068635 Hindu Rao Hospital  9818488803  AIIMS  9868399038  Hedgavar Institute 9873090319 GTB Hospital  9654976108 प्राइवेट अस्पताल के नाम Name of private hospital Action Balaji H

कोरोना वायरस से बचने के तरीके

कोरोना वायरस से बचने के तरीके Corona virus Register Now कोरोना वायरस को रोकने के लिए वर्तमान में कोई टीका नहीं है। बीमारी को रोकने का सबसे अच्छा तरीका इस वायरस के संपर्क में आने से बचना है। वायरस को मुख्य रूप से व्यक्ति-से-व्यक्ति में फैलाना माना जाता है। उन लोगों के बीच जो एक दूसरे के करीब संपर्क में हैं (लगभग 6 फीट के भीतर)। जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसता है या छींकता है, तो सांस की बूंदों का उत्पादन होता है। ये बूंदें उन लोगों के मुंह या नाक में उतर सकती हैं जो पास में हैं या संभवतः फेफड़ों में रहते हैं। अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाएं अपने हाथों को अक्सर साफ करें अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड के लिए धोएं , खासकर तब जब आप किसी सार्वजनिक स्थान पर रहे हों, या अपनी नाक बहने के बाद, खांसते या छींकते हों। यदि साबुन और पानी आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, तो एक हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो । अपने हाथों की सभी सतहों को कवर करें और उन्हें एक साथ रगड़ें जब तक कि वे सूख न जाएं। अपनी आंखों, नाक

नारियल

नारियल नारियल के पानी में गुड़ और धनिया मिलाकर सेवन करने से दाह मूत्रकृच्छ रोग ठीक होता है। शहद या गुड़ के साथ खोपरा खिलाने से बच्चों का दुबला-पतला शरीर तगड़ा होता है। ताजे नारियल के खोपरे का रस निकालकर आँच पर उबालकर, तेल निकालकर काली मिर्च को मिलाकर शरीर पर लगाने से वाय जक वायुमुक्त होते है और वात रोग ठीक होता है। नारियल के छिलकों को जलाकर राख बनाकर शहद में मिलाकर चाटने से उल्टी आना और हिचकी बंद हो जाता है। खोपरे को मूली के रस में घिसकर चूहे के काटे स्थान पर लेप करने से लाभ होता है। नारियल के पानी में ईमली के बीज, शक्कर और इलायची को मिलाकर सेवन करने पर रक्तपित्त और मूत्रकृच्छ रोग में लाभ होता हैं। ताजे नारियल का 10 लीटर पानी निकालकर काढ़ा बनाकर, उसमें जायफल, सौंठ, पीपर, काली मिर्च, जावित्री थोड़ी-सी बुकनी डालकर काँच के बर्तन में रख लें। इसमें से आधा-आधा ग्राम दिन में दो बार सुबह-शाम सेवन करते रहने पर कुछ दिनों में अम्लपित्त, उदरशूल और यकृत वृद्धि दूर होती है। नारियल का पानी, ईमली के पानी,ईमली के बीज, शक्कर और इलायची को मिलाकर सेवन करने पर रक्तपित्त और मूत्र

फिटकरी

4 ग्राम फिटकरी पीसकर आधा लीटर गाय के दूध में मिलाकर पीने से आंतरिक चोट में लाभ होता है। दाढ़ी बनवाने के बाद फिटकरी को पानी में मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा रोग नहीं होता और जलन दूर होती है। जिस स्थान पर दीमक या चीटियाँ हो वहाँ पर फिटकरी सरसों के तेल में मिलाकर डालने से चीटियाँ और दीमक उस स्थान को छोड़ देती हैं। कान में चींटी घुसने पर फिटकरी को पानी में घोलकर टपकाने से लाभ होता है। फिटकरी को पानी में घोलकर कुल्ले करते रहने से मुँह के छले दूर हो जाते हैं। फिटकरी को पानी में घोलकर पिलाने से सर्प का विष उतर जाता है। फिटकरी को उबालकर पानी से सूजन और खाज वाले स्थानों को धोने से लाभ होता है। 1 ग्राम फिटकरी 2 ग्राम चीनी में मिलाकर ज्वर आने से पहले 2-2 घंटे के अंतर से 2 बार रोगी को सेवन कराने से मलेरिया ज्वर ठीक हो जाता है। सैंधा नमक और फिटकरी को समान मात्रा में मिलाकर, पीसकर पाउडर बनाकर मंजन करते रहने पर दाँतों और मुँह का लिबलिबापन ठीक हो जाता है। आधा गिलास पानी में 5 ग्राम फिटकरी को घोलकर पीने से हैजा रोग ठीक होता है। बंद होता है। यदि नकसीर में रक्त आना ब

पहली चाय की कहानी...

पहली चाय की कहानी... ए   क कथा के अनुसार क़रीब 2700 ईसापूर्व  चीनी शाशक शेन मुंग बाग़ीचे में बैठे गर्म पानी पी रहे थे। तभी एक पेड की पत्ती उस पानी में आ गिरी जिससे उसका रंग बदला और महक भी उठी। राजा ने चखा तो उन्हें इसका स्वाद बड़ा पसंद आया और इस तरह चाय का आविष्कार हुआ। वहीं एक और कथा के अनुसार छठवीं शताब्दी में चीन के हुनान प्रांत में भारतीय बौद्ध भिक्षु बोधिधर्म बिना सोए ध्यान साधना करते थे। वे जागे रहने के लिए एक ख़ास पौधे की पत्तियां चबाते थे और बाद में यही पौधा चाय के पौधे के रूप में पहचाना गया। चाय के प्रकार... वाइट टी शुद्ध और सभी चाय मेंसबसे कम प्रोसेस्ड होती है। ग्रीन टीसबसे मशहूर और एशिया में ख़ासीपसंद की जाती है। ओलांग टी चीनीचाय है जो चाइनीज रेस्त्रां में परोसीजाती है। ब्लैक टी को केवल गर्म| पानी में पत्तियां डालकर या दूध औरशक्कर के साथ भी पिया जाता है।| हर्बल टी में किसी भी प्रकार की चाय की पत्तियां नहीं डाली जाती हैं। भारत में चाय का आठान... 1824 में बर्मा (म्यांमार) और असम की सीमांत पहाड़ियों पर चाय के पौधे पाए गए। अंग्रेजों ने चाय उत्पादन की